एक अध्ययन में दिखाया गया है कि उष्णकटिबंधीय चिकित्सा पर अनुसंधान का निर्णय आमतौर पर धनी देशों के लोगों द्वारा किया जाता है। इसके कारण, उन क्षेत्रों के मुद्दे नजरअंदाज होते हैं जहां इन बीमारियों का अधिक प्रभाव होता है।
अध्ययन में दावा किया गया है कि समृद्ध देशों के संपादकों द्वारा निर्णय लेने से उष्णकटिबंधीय बीमारियों को केवल भौगोलिक सीमाओं तक सीमित देखा जा सकता है। इससे महत्वपूर्ण समस्याएं नजरअंदाज हो सकती हैं।
कठिन शब्द
- अध्ययन — जानने के लिए किए गए काम या रिसर्च।अध्ययन में
- धनी — जो अमीर या संपन्न हो।
- बीमारियों — शारीरिक समस्याएं या रोग।
- निर्णय — किसी चीज का चुनाव या फैसला।निर्णय लेने
- समृद्ध — धन या संसाधन की मात्रा।
- प्रभाव — किसी चीज का असर या असर डालना।
- समस्याएं — कोई कठिनाई या परेशानी।
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चर्चा के प्रश्न
- आपके विचार में, धनी देशों के लोगों के निर्णय अन्य देशों को कैसे प्रभावित कर सकते हैं?
- क्या आपको लगता है कि उष्णकटिबंधीय बीमारियों की समस्या को नजरअंदाज करना उचित है?
- बीमारियों पर अनुसंधान को सुधारने के लिए क्या कदम उठाए जा सकते हैं?
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