- खेत पर पले बच्चे कम एलर्जी पाते हैं।
- शहरी बच्चे में ज्यादा एलर्जी मिली।
- शोध ने माँ के दूध को देखा।
- माँ के दूध में खास एंटीबॉडी थीं।
- ये एंटीबॉडी खाने से जुड़ी हैं।
- अंडे की एलर्जी पर ध्यान मिला।
- खेत वाले बच्चों की प्रतिरक्षा जल्दी बढ़ी।
- शोध ने गर्भावस्था से पहले देखा।
कठिन शब्द
- एलर्जी — शरीर की किसी चीज से असहज प्रतिक्रिया
- प्रतिरक्षा — बिमारी से लड़ने की शरीर की शक्ति
- एंटीबॉडी — रोग से लड़ने वाला शरीर का अणु
- शोध — नए तथ्य जानने के लिए किया गया काम
- गर्भावस्था — स्त्री के गर्भ में बच्चे का विकास होना
युक्ति: जब आप किसी भी भाषा में कहानी पढ़ें या ऑडियो सुनें, तो लेख में हाइलाइट किए गए शब्दों पर होवर/फ़ोकस/टैप करें और तुरंत छोटी-सी परिभाषा देखें।
संबंधित लेख
अफ्रीकी पुरुषों को प्रोस्टेट कैंसर की जांच करानी चाहिए
अफ्रीका में प्रोस्टेट कैंसर के बढ़ते मामलों का पता लगाने के लिए पुरुषों को जल्दी जांच करानी चाहिए। यह प्रक्रिया आक्रामक नहीं होती है।
जुनिन झील में भारी धातु प्रदूषण और स्वास्थ्य खतरा
नए अध्ययन के अनुसार पेरू की जुनिन झील के जलक्षेत्र में आर्सेनिक, सीसा और अन्य विषाक्त धातु बहुत उच्च मात्रा में हैं। यह स्थानीय समुदायों और नीचे के पानी उपयोगकर्ताओं के लिए जोखिम पैदा करता है और आगे जांच की आवश्यकता है।
Novartis ने नया मलेरिया इलाज GanLum पेश किया
Novartis ने GanLum नाम की दवा बताई है जिसमें नया अणु ganaplacide है। लेट-स्टेज ट्रायल में यह 97.4% लोगों को ठीक कर पाया और यह दवा प्रतिरोध से निपटने में मदद कर सकती है।
सेनेगल का रिफ्ट वैली फीवर के खिलाफ राष्ट्रीय अभियान
सेनेगल ने 20 अक्टूबर को डकार में RVF के बढ़ते प्रकोप के जवाब में एक राष्ट्रीय और बहु-क्षेत्रीय अभियान शुरू किया। सरकार ने परीक्षण, पशु टीकाकरण और मच्छर नियंत्रण बढ़ा दिए हैं और प्रभावित क्षेत्रों में निगरानी तेज की है।
मेडागास्कर में Anopheles stephensi की पहचान AI और नागरिक तस्वीरों से
शोधकर्ताओं ने नागरिक वैज्ञानिकों की स्मार्टफोन तस्वीरों और AI का उपयोग कर संभवतः मेडागास्कर में पहली बार Anopheles stephensi की पहचान की। यह खोज WHO की चेतावनी के बीच हुई और परिणाम जर्नल Insects में प्रकाशित हुए।
जलकुम्भी से बने पर्यावरण के अनुकूल सैनिटरी पैड
Pooja Singh और उनकी टीम ने जलकुम्भी का उपयोग कर बायोडिग्रेडेबल सैनिटरी पैड बनाने का सुझाव दिया। यह परियोजना पानी और प्लास्टिक प्रदूषण घटाने के साथ ग्रामीण महिलाओं को सशक्त करने का लक्ष्य रखती है।