- ETH Zürich ने नैनो OLED बनाए।
- ये पिक्सल बहुत छोटे हैं।
- सबसे छोटे पिक्सल 100 नैनोमीटर के पास हैं।
- टीम ने एक लोगो दिखाया।
- लोगो में छोटे पिक्सल थे।
- ये स्क्रीन छोटे चश्मों में काम आ सकते हैं।
- ये सूक्ष्म प्रकाश स्रोत भी बन सकते हैं।
- शोध का काम Nature Photonics में छपा।
कठिन शब्द
- नैनोमीटर — बहुत छोटी लंबाई मापने की इकाई
- पिक्सल — स्क्रीन पर एक छोटा छवि या बिंदु
- सूक्ष्म — बहुत छोटा, आँख से मुश्किल दिखने वाला
- प्रकाश — जो चीज़ हमें रोशनी दे
- शोध — नया ज्ञान पाने के लिए किया गया काम
युक्ति: जब आप किसी भी भाषा में कहानी पढ़ें या ऑडियो सुनें, तो लेख में हाइलाइट किए गए शब्दों पर होवर/फ़ोकस/टैप करें और तुरंत छोटी-सी परिभाषा देखें।
संबंधित लेख
पूर्वी एशिया में प्रदूषण घटने से तापमान तेज़ी
शोध कहता है कि पूर्वी एशिया में वायु प्रदूषण, खासकर चीन में, घटने से 2010 के बाद वैश्विक सतही तापमान में तेज़ी आ सकती है। क्षेत्रीय प्रभाव जैसे हीटवेव और मानसून में बदलाव पहले से दिख रहे हैं।
AI से आवाज़ें अलग करने वाले स्मार्ट हेडफ़ोन
शोधकर्ताओं ने एक प्रोटोटाइप हेडफ़ोन बनाया जो AI से बातचीत के भागीदारों की आवाज़ें अलग करता है और पृष्ठभूमि शोर घटाता है। यह सिस्टम चार सेकंड से कम ऑडियो पर काम करता और कोड ओपन‑सोर्स है।
नए AI उपकरण टीबी का पता और निगरानी बदल सकते हैं
कोपेनहेगेन में Union World Conference on Lung Health (18-21 November) में चार नए AI तरीके पेश हुए। ये उपकरण सांस, खाँसी, जोखिम मानचित्रण और बच्चों के लिए छाती एक्स‑रे पर आधारित हैं और टीबी देखभाल बदल सकते हैं।
हांगकांग के किशोर और AI साथी चैटबॉट
12 अक्टूबर 2025 की रिपोर्ट बताती है कि हांगकांग के कई किशोर भावनात्मक समर्थन के लिए AI साथी चैटबॉट्स का उपयोग कर रहे हैं। रिपोर्ट में उपयोगकर्ताओं, विशेषज्ञों और डेवलपर्स के अनुभव और चिंताएँ शामिल हैं।
हिंदू कुश-हिमालय में ग्लेशियल झीलों का खतरा
हिंदू कुश-हिमालय क्षेत्र के ग्लेशियर ताजा पानी संग्रहीत करते हैं। ग्लेशियर पिघलने से 8,900 से अधिक झीलें बन रही हैं और ग्लेशियल झील बहिर्वाह (GLOF) अचानक विनाशकारी बाढ़ ला सकता है। साझा डेटा और सहयोग आवश्यक हैं।
SEWA: उपग्रह-आधारित प्रारम्भिक चेतावनी प्रणाली का लॉन्च
23–27 जून को विंडहोक में एक उच्चस्तरीय मंच पर SEWA नामक उपग्रह-आधारित प्रारम्भिक चेतावनी प्रणाली लॉन्च की गई। यह ClimSA कार्यक्रम से जुड़ा था और अफ्रीका में मौसम एवं जल सेवाओं तक पहुँच तेज करेगा।